भारत में पिछले कुछ सालों में किसानों के बीच पेड़ों की खेती का चलन बढ़ा है. दरअसल अन्य फसलों की तुलना में पेड़ व्यापारिक दृष्टि से बेहतर होते हैं. कई ऐसे पेड़ हैं जिनकेहर एकभागपत्ती, छालसेलेकरपत्तोंतककीहोतीहैबिक्रीमहोगनीकीखेतीसेइसतरहबनेंकरोड़पति फूल, बीज, खाल और लकड़ी सभी बाजार में अच्छी कीमतों पर बिकते हैं. महोगनी भी कुछ इसी तरह का पेड़ है जिसकी खेती कर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.महोगनी की लकड़ी काफीमजबूत और लंबे समय तक टिकने वाली मानी जाती है. पानी का भी इसपर कोई खास असर नहीं होता है. इसकी लकड़ी का इस्तेमालजहाज़, फ़र्नीचर, प्लाईवुड, सज़ावट की चीजें बनाने में किया जाता है.इसके बीज और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयां बनाने में होता है.इसके अलावाब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों के खिलाफ इसके बीज और पत्ते प्रभावी माने जाते हैं. महोगनी के पेड़ की पत्तियों में एक खास तरह का गुण पाया जाता है, जिससे इसके पेड़ों के पास मच्छर और कीड़े नहीं आते हैं.यही वजह है कि इसकी पत्तियों और बीजों के तेल का इस्तेमाल मच्छर भगाने वाले और कीटनाशक बनाने में किया जाता है.कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक एक एकड़ में महोगनी के 1200 से 1500 पेड़ उगाए जा सकते हैं.12 से 15 सालों में इसके पौधे कटाई लायक तैयार हो जाते हैं. ऐसे में इसकी लकड़ियां बेच किसान करोडों का मुनाफा हासिल कर सकते हैं.इसके पौधे 25 से 30 रुपये से लेकर 100 से 200 रुपये तक बाज़ार में मिल जाते हैं.इसकी लकड़ी 2000 से 2200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट थोक में आसानी से मिल जाती है.यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजों और फूलों का उपयोग औषधि बनाने के लिए किया जाता है. ऐसे में इसकी खेती से करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं.